America Tripple Murder Case: कहते हैं परिवार से बढ़कर कुछ नहीं होता,बुरे वक्त में केवल परिवार साथ खड़ा रहता है लेकिन अब समय के साथ सब कुछ बदल रहा है,लोग अपनों के दुश्मन बन गए हैं। इसकी गवाही अमेरिका में हुई सनसनीखेज वारदात दे रही है। जहाँ न्यू जर्सी कॉन्डोमिनियम में भारतीय मूल के 23 साल के छात्र को अपने ही दादा-दादी और चाचा का मर्डर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। साउथ प्लेनफील्ड पुलिस ने बयान में कहा कि ओम ब्रह्मभट्ट नाम के आरोपी ने दादा दिलीप कुमार भट्ट,दादी बिंदु ब्रह्मभट्ट और चाचा यशकुमार की गोली मारकर हत्या कर दी।
गोली की आवाज सुनकर पड़ोसी ने दी पुलिस को सूचना
सूत्रों के मुताबिक,बीते सोमवार को आरोपी के पड़ोसी ने अचानक गोली चलने की आवाज सुनी और पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि तीन लोगों की हत्या हुई है। बता दें, गुजरात का रहने वाला आरोपी ओम ब्रह्मभट्ट कुछ महीने पहले ही न्यूजर्सी से आया था और अपने परिवार के साथ रहता था।
ट्रिपल मर्डर के लिए ऑनलाइन खरीदी गन
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आरोपी ने पुलिस के सामने दादा-दादी और चाची पर गोली चलाने की बात कबूल की है। वहीं उसने मर्डर की तैयारी बहुत पहले कर ली थी। सभी को मारने के लिए आरोपी ने ऑनलाइन गन खरीद थी। बताया जा रहा है,जब ओम पुलिस के सामने आया तो वह बेहद शांत था फिलहाल पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर आरोपी ने घटना को क्यों अंजाम दिया।
अमेरिका में गन कल्चर से अपराध में बढ़ोत्तरी
आंकड़े बताते हैं, बीते कुछ सालों में अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं बढ़ी हैं। अमेरिकी सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद गन कल्चर पर रोक नहीं लगाई जा सकी है। बीते 50 सालों में गन कल्चर (america gun culture ) से 15 लाख की मौतें हुईं है लेकिन इसके बाद भी हथियारों से जुड़े कानूनों में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। अमेरिका में हथियार खरीदना बेहद आसान है। उदाहरण के तौर पर जिस तरह भारत में सिम खरीदने के लिए 18 साल की उम्र जरूरी है वैसे अमेरिका में 18 साल की उम्र में गन खरीदने की अनुमति है। यानी आप अगर 18 साल के हैं और अमेरिका के नागरिक हैं तो आप केवल आइडी कार्ड और फॉर्म भरकर खतरनाक से खतरनाक बंदूक खरीद सकते हैं। जिससे लगातार अमेरिका में अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। अमेरिका अकेला देश नहीं है जहां बंदूके आसानी से मिल जाती हैं। स्विट्जरलैंड, चेक गणराज्य,फ्रांस समेत कई देश हैं जहां 18 साल का शख्स आराम से हथियार खरीदकर किसी भी घटना को अंजाम दे सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि लगातार ऐसे मामले सामने आने के बाद भी इन देशों में हथियारों से जुड़ें कानूनों को सख्त करने की जहमत क्यों नहीं उठाई? क्या इन दिन देशों में लोगों की जान इतनी सस्ती है कि वह हर पल जान हथेली पर लेकर घूमते रहे? हथियारों की बिक्री से जुड़े कानूनों पर जल्द से जल्द विचार करने की जरुरत है ताकि इस तरह के अपराधों पर रोक लगाई जा सके।
Source: ABP news, Zee news DNA,oneindia English
~ कानपुर से अंशिका द्वारा
ट्रू टू लाइफ तथा इसके संस्थापक किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करते हैं