पूरे देश में मॉब लीचिंग के मामले पहले भी देखने – सुनने को मिले हैं पर अभी के वक्त में ऐसे मामले कुछ ज्यादा ही बढ़ चुके हैं, अभी मॉब लीचिंग मामलों का केंद्र ममता बनर्जी का गढ़ माने जाने वाला पश्चिम बंगाल बना हुआ है, पिछले दो हफ्तों में पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों में तक़रीबन सात लोगों ने मॉब लीचिंग की वजह से अपनी अनमोल जान गवां दी और इस मामले में फिर से राजनीतिक चूल्हे गर्म हो गए हैं, एक तरफ जहां विपक्ष मौजूदा सरकार पर आरोप लगा रहा है की मौजूदा सरकार देश की जनता में धर्म को लेकर एक दूसरे से नफरत पैदा की है, जिसके वजह से 2014 के बाद से ही देश में मॉब लीचिंग के मामले देखने को मिल रहे हैं, तो वही दूसरी तरफ़ मौजूदा सरकार का कटाछ ये है की ममता बनर्जी अब अपना साम्राज्य संभाल नहीं पा रही हैं । जहां पिछले हफ़्ते पश्चिम बंगाल के 24 परगना में भीड़ मां – बेटे को पीट पीट कर अधमरा कर देती हैं, तो वहीं कल पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के भांगर में फूलबाड़ी निवासी अजगर मोल्लाह नामक एक शख्स को भीड़ मार – मार कर मौत के घाट उतार देती है, जहां पिछले हफ़्ते के मामले में, ये दर्शाया गया की व्यक्तिगत मामले को लेकर हुए विवाद में कुछ लोगों ने मां – बेटे पर हमला किया, जिसमें मुख्य आरोपी सत्तारूढ़ टीएमसी पार्टी का करीबी था, तो वहीं कल के मामले में दर्शाया जा रहा है की चोरी के शक में भीड़ ने अजगर मोल्लाह को मौत के घाट उतार दिया पर सबसे बड़ा सवाल ये है की पूरे पश्चिम बंगाल में भीड़ हिंसक हुई पड़ी है, लॉ एंड आर्डर कहां हैं ? यह घटना ऐसे समय में हुई है जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य पुलिस को ऐसी घटनाओं के खिलाफ सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है । फिर भी पश्चिम बंगाल में मॉब लीचिंग के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं ।
भांगर थाने से महज़ 500 मीटर दूर की घटना:
पश्चिम बंगाल के 24 परगना के भांगर में रविवार की तड़के भीड़ चोरी के संदेह में एक शख्स को पेड़ से बांधकर पीट – पीट कर मार डालती है । मृतक की पहचान 50 वर्षीय अजगर मोल्लाह के रूप में हुई है, जो भांगर के फूलबाड़ी गांव का निवासी था। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है की कुछ स्थानीय लोगों का आरोप है की ये पूरी घटना भांगर थाने से महज़ 500 मीटर की दूरी पर घटी, फिर भी पुलिस हत्या के बाद काफ़ी देर से मौका ए वारदात पर पहुंची, जिसके बाद अजगर मोल्लाह को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया । सबसे बड़ा सवाल यह की 500 मीटर की दूरी पर इतनी बड़ी वारदात होती है और पुलिस को कोई सुध ही नही होती ?
चोरी का संदेह या धर्म का मसला :
कुछ स्थानीयों का कहना है की “इलाके में चोरी की वारदात काफी बढ़ गई है और पुलिस कुछ नही करती है, इसलिए हम ही खुद की रक्षा के लिए चौक्कना रहते हैं” और इसी चोरी के सन्देह में भीड़ अजगर मोल्लाह को मार देती है तो वहीं कुछ स्थानीयों का कहना है की “इस पूरे मामले में धर्म वजह है, गैर हिन्दू होने के वजह से अजगर मोल्लाह को पीट पीट कर बेरहमी से मारा गया है ।
पुलिस ने मामले पर साधी चुप्पी:
आज सुबह जब TTL news भांगर पुलिस से बात करने की कोशिश करती है, तो ये कहकर फ़ोन काट दिया जाता है की “हम इस मामले में कुछ भी बात नही कर सकते है, हम किसी भी तरह के मीडिया से बात नही कर सकते। पुलिस वाले TTL News को अपना नाम बताने से भी इंकार कर देते हैं ।
इस मामले पर कई सवाल खड़े होते हैं की क्या वाकई में यह घटना चोरी के संदेह में हुआ है या फिर धर्म की राजनीति के हत्थे एक और अनमोल जान शूली पर चढ़ गई ?, सवाल अनेक पर जवाब एक भी नहीं ।
Abhay kumar , Varanasi
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