एक तरफ जहां पहले के ज़माने में स्कूल – विद्यालय को शिक्षा का मंदिर माना जाता था, जहां पर मां सरस्वती की पूजा की जाती थी, जहां देश के भविष्य बनते थें, जहां गुरु को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया जाता था, वहीं आज के आधुनिक ज़माने में स्कूलों की रंगत पूरी तरह से बदल गई है । आज के वक्त में शिक्षा सिर्फ एक व्यापार बन चुका है, चाहे फिर वो सरकारी स्कूल हो या प्राइवेट आये दिन शिक्षा के मन्दिर को शर्मशार करने वाली खबरें देखने और सुनने को मिलती रहती हैं, फिर चाहे वो बच्चे का स्कूल में बंदूक लाने का मामला हो या फिर छोटी सी बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला हो, धीरे – धीरे शिक्षा के मंदिरों से भरोसा उठता जा रहा है । इसी क्रम में मध्य प्रदेश के इंदौर में कल हुई घटना ने शिक्षा के मन्दिर को फिर से कटघरे में खड़ा कर दिया । इस घटना ने फिर से गुरु और शिष्य के पवित्र रिश्ते को शर्मशार कर दिया । इंदौर के मल्हारगंज थाने अंतर्गत बड़ा गणपति क्षेत्र के सरकारी स्कूल शासकीय शारदा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के एक कक्षा में मोबाइल की घंटी बजने के बाद कक्षा की शिक्षिका ने सभी छात्राओं को शौचालय में ले जाकर उनके कपड़े उतरवाकर उनकी तलाशी ली जिसके बाद मामला तूल पकड़ लिया गुस्से में छात्राओं के परिजनों ने शिक्षिका सहित पूरे स्कूल के खिलाफ़ मल्हारगंज थाने में रिर्पोट दर्ज करवा दी ।
मारपीट और धमकी का भी मामला –
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार छात्राओं और उनके परिजनों ने मारपीट और धमकी का भी आरोप लगाया है । एक छात्रा ने अपने बयान में बताया है की ” क्लास में फोन की घंटी बजने के बाद शक में, मैम हम सब को मारते हुए टॉयलेट ले जाती हैं और वहां हमारे पूरे कपड़े उतरवाकर, हमारी तलाशी लेती हैं और हमारे साथ मारपीट भी करती हैं और धमकी देती हैं की अगर हम लोग मोबाइल की बात सच नहीं बताते हैं तो हमारा नग्न अवस्था में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा। जिसके बाद हम सभी बहुत डर जाते हैं।”
मामले की जांच जारी है – True To Life से बात करते हुए मल्हारगंज पुलिस के सब इंस्पेक्टर एम धुर्वे ने बताया की “ शिकायत मिली है, मामले की जांच की जा रही है, अगर जांच में सच्चाई पाई जाती है तो आरोपियों के खिलाफ़ सख्त से सख्त कारवाई की जाएगी”।
पूरे मामले में स्कूल प्रशासन ने साधी चुप्पी –
ऐसे शर्मशार करने वाले घटना के बाद पूरे मामले में स्कूल प्रशासन पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है, स्कूल का कोई भी कर्मचारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, वहीं स्कूल की प्रिंसिपल भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं पर इन सब घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा होता है की क्या स्कूल भी अब बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं ? क्या परिजनों को अब स्कूल से भी डरना चाहिए ? क्या फीस के नाम पर इतने पैसे देने के बाद भी मां बाप को अपने बच्चों के भविष्य के साथ – साथ, उनके जान की भी चिंता करनी पड़ेगी ? सवाल बहुत से हैं पर जवाब शायद एक भी नहीं । कहीं ना कहीं स्कूल में हो रही ऐसी घटनाएं हमारे देश के खोखले सिस्टम को और खोखला करते जा रही है ।
बनारस से अभय के द्वारा
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