First Same Sex Marriage in Nepal: भारत का पड़ोसी देश नेपाल इन दिनों सेम सेक्स मैरिज (same sex Marriage) को लेकर चर्चा में है। जहाँ बीते 29 नवंबर को पहली बार समलैंगिक विवाह का रजिस्ट्रेशन आधिकारिक तौर पर किया गया। बता दें, 5 महीने पहले नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने का अंतरिम आदेश जारी किया था।
पहली बार नेपाल में रजिस्टर हुई सेम सेक्स मैरिज सूत्रों के अनुसार, 27 साल के ट्रांसजेंडर सुरेंद्र पांडे ने 35 वर्षीय समलैंगिक महिला माया गुरुंग को जीवनसाथी बनाया है। अब दोनों की शादी को आधिकारिक मान्यता मिल गई है। दोनों ने लामगंज जिले के डोरडी में शादी रजिस्टर करवाई। वहीं ऐसा करने वाला नेपाल साउथ एशिया का पहला देश बन गया है। इस बारे में बात करते हुए नेपाल ‘ब्लू डायमंड सोसाइटी’ जो ट्रांसजेंडर और यौन अल्पसंख्यकों के लिए काम करता है कि अध्यक्ष ‘संजीब गुरुंग’ ने कहा कि ये खुशखबरी नेपाल की ट्रांसजेंडर्स कम्युनिटी के लिए बड़ी उपलब्धि है,उन्हें पहचान के साथ अब अधिकार भी मिल रहे हैं। इस फैसले से ट्रांसजेंडर्स की जिंदगी आसान हो जाएगी और कम्युनिटी के अन्य लोग भी शादी के बारे में विचार कर सकेंगे। ‘संजीब गुरुंग’ ने ये भी कहा,माया और सुरेंद्र पिछले 6 सालों से साथ रह रहे थे। दोनों ने परिवार वालों की सहमति मिलने के बाद शादी की है।
2007 से नेपाल में समलैंगिक विवाह की अनुमति मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं, नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने 2007 में सेम सेक्स मैरिज की अनुमति दे दी थी। 2015 में नेपाल के संविधान में भी ये बात लिखी थी कि लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता। इसी बीच जून 2023 में समलैंगिक कम्युनिटी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल (रिट याचिका) में अदालत ने सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने का अंतरिम आदेश दिया।
भारत में मान्य नहीं सेम सेक्स मैरिज गौरतलब है,17 अक्टूबर को LGBTQ समुदाय को झटका तब लगा जब सुप्रीम कोर्ट ने सेम सेक्स मैरिज पर फैसला सुनाते हुए इसे कानूनी मान्यता देने से इनकार कर दिया था। अदालत का कहना था, इसे मान्यता देना संसद का काम है। यानी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद समलैंगिक जोड़ों की शादी को न मान्यता मिलेगी और वह बच्चा भी गोद नहीं ले सकेंगे। ये फैसला CJI चंद्रचूड़,जस्टिस एसआर भट्ट,जस्टिस एसके कौल, पीएम नरसिम्हा और हेमा कोहली की पांच जजों की पीठ ने सुनाया था लेकिन इस दौरान कोर्ट ने समलैगिंक समुदाय के आधिकारों पर केंद्र सरकार को कमेटी गठन करने का आदेश दिया था। पर अमेरिकी लॉ फर्म में करने वाले उदित सूद ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रिव्यू पिटीशन दायर की थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट एक बार फिर मामले की सुनवाई करेगा।
दुनिया के 35 देशों में सेम सेक्स मैरिज को मान्यता दुनिया के 35 देश ऐसे हैं जहाँ समलैंगिक विवाह को मान्यता मिल चुकी है। न्यूजीलैंड, नीदरलैंड,अर्जेंनटीना कनाडा,आयरलैंड,आइसलैंड,पुर्तगाल, स्वीडन, मेक्सिको, साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन अमेरिका कोलंबिया, ब्राज़ील, डेनमार्क, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन आदि कई देश ऐसे हैं जहाँ सेम सेक्स मैरिज को मान्यता दी गई है। वहीं पाकिस्तान अफगानिस्तान ईरान कतर समेत 71 देश ऐसे हैं जहाँ सेम सेक्स मैरिज को गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा गया है और कुछ देशों में तो मौत का भी प्रावधान है। हालांकि ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की भारत में सेम सेक्स मैरिज को मान्यता मिलती है या नहीं या फिर सुप्रीम कोर्ट अपने फैसले पर कायम रहती है। Source: aaj tak,lallantop,zee news
कानपुर से अंशिका द्वारा