नाभा के रीपुदमन कॉलेज की प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ सामुहिक बलात्कार हुआ था। आठ अप्रैल को हिम्मत जुटा कर ल़डकी ने नाभा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करा दी थी | उसकी शिकायत अनुसार आरोपियो में से एक उसका जानने वाला था | पुलिस कर्मियों ने जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ लिया था | तीनों का नाम देविन्दर सिंह, हैरी और रवनीत सिंह बताया गया है |
पटियाला के नाभा नगर में 18 वर्षीय छात्रा से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था | पुलिस प्रशासन का कहना है कि 8 अप्रैल को पीड़िता ने अपने माता पिता के साथ आकार शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़िता का कहना था कि उस दिन तीन लोग शामिल थे | सिर्फ बलात्कार ही नहीं ब्लकि उसे धमकी भी देकर गए थे| दरिंदगी की सारी हदे पार कर भी उन्होंने उस लड़की को दबाना चाहा था |
कौन थे बलात्कारी?
नाभा के स्टेशन हाउस ऑफिसर गुरप्रीत सिंह ने true to life को बताया कि” तीनों आरोपी पकड़े गए है | आरोपियों की पहचान हैरी, देविन्दर सिंह और रवनीत सिंह के रूप में की गई है.” |इनमे से एक आरोपी ‘देविन्दर सिंह’ लड़की का दोस्त था | देविन्दर ने उसे कॉलेज प्रिंसिपल के कार्यालय के ऊपर वाले कमरे में बुलाया था | एफआईआर में पीड़िता ने बताया कि ” वाहा पहुचने पर उन्होंने उसका हाथ से मुह बंध कर बारी-बारी से बलात्कार करा था और किसी को ना बताने की धमकी भी दी थी | यह बात करीबन एक बजे की है | पीड़िता ने तो अपने दोस्त पर विश्वास किया था पर उसे नहीं पता था कि विश्वास करना उससे इतना भारी पढ़ेगा |
कुछ दिन तो पीड़िता डरी रही पर फिर उसने अपनी चुप्पी तोड़ी |
कुछ दिन डर कर पीड़िता चुप रही पर फिर 8 अप्रैल को उसने अपने माता पिता से इस बारे में बात की थी| जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई| यह मामला धमकी और बलात्कार के तेहत दर्ज किया गया है|
कॉलेज प्रशासन ने केस के चलते कमिटी बनाई |
सूत्रों के मुताबिक कॉलेज प्रशासन का कहना है कि “वो पुलिस की हर सम्भव मदत करेंगे और उन्होंने इस मामलें के चलते एक कमिटी भी बनाई है आउटसाइडर्स होने के बावजूद वह पहले भी कॉलेज में वो आते-जाते रहते थे जिस कारण वारदात वाले दिन भी उन तीनों को कॉलेज में एंट्री करने से रोका नहीं गया था. |
तीनों आरोपियों पर चलेगा मुकदमा |
पुलिस ऑफिसर गुरप्रीत सिंह का कहना है कि” पहले तो दो लड़के पकड़े गए थे पर अब तीसरा भी पुलिस की गिरफ्त में है| फ़िलहाल आईपीसी की धारा 376-डी (एक या अधिक व्यक्तियों द्वारा बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत तीनों लड़कों पर मुकदमा चल रहा है| फिर एक और मुकदमा .पर क्या इससे रैपस रुकेंगे , क्या लड़कियां सैफ हो पाएंगी कभी भी | ऐसे ही आखिरकार कब तक लड़कियां वैश्यता का शिकार होती रहेंगी| कानून और पुलिस प्रशासन का तो जैसे इनमें डर खत्म हो चुका हो |
परी सोनी, हरयाणा से
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